सपा के कद्दावर नेता व वरिष्ट अधिवक्ता वीरेंद्र बहादुर पाल पर बलात्कार सहित अन्य कई धाराओं में मुकदमा दर्ज

फास्ट इंडिया न्यूज ब्यूरो

मऊ ।उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के सरायलखंसी थाना क्षेत्र अंतर्गत चकमेहंदी पालनगर निवासी वीरेंद्र बहादुर पाल पुत्र दयाराम पाल के ऊपर बलात्कार सहित कई अन्य तरह के धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ हैं। जिसमे भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस)की धारा 64(2),123, 352,351(2),115(2) आदि में दर्ज हुआ है। और यह मामला इनके ऊपर इनके अधीन कार्य कर रही एक युवती ने ही दर्ज कराया है।

आपको बता दें कि वीरेंद्र बहादुर पाल एक वरिष्ठ अधिवक्ता है और सपा के कद्दावर नेता हैं। वही सिविल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में इनके ऊपर युवती ने आरोप लगाया है कि यह युवती को कोल्ड ड्रिंक में नशीली दवा पिलाकर अपनी गाड़ी में और अपने लखनऊ आवास में बलात्कार किया तथा अप्राकृतिक यौन शौषण किया है। और इसका वीडियो फोटो बनाकर ब्लैकमेल करके एक वर्ष तक लगातार बलात्कार करते रहे है। यह मामला प्रकाश में आते ही अधिवक्ताओं सहित पूरे जिले में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
वहीं आपको बता दें की इनके पिता दयारामपाल बसपा सरकार में एमएलसी और मंत्री रहे हैं और वर्तमान में सपा के वरिष्ट कद्दावर नेता हैं।
वही एक सप्ताह पूर्व मऊ जिलाधिकारी प्रवीण मिश्रा ने इनका और इनके भाई विजय बहादुर पाल उर्फ मुन्ना पाल का शस्त्र दुरुपयोग करने के मामले में शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिया है। इनके ऊपर और भी अन्य कई तरह के मुकदमे मऊ जिले सहित अन्य जिलों में दर्ज है।
वही इस संबंध में सीओ सिटी ने बताया की मुकदमा दर्ज कर लिया गया है मामले की जांच की जा रही है।वही वीरेंद्र बहादुर पाल मुकदमा दर्ज होते ही फरार है।


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