घोसी लोकसभा में तीन कद्दावर मंत्रियों की इज्जत दाव पर, पढिए पूरी खबर
सपा, बसपा और सुभासपा में त्रिकोणीय टक्कर।
घोसी लोकसभा में 1 जून को मतदाता करेगे मतदान
सम्पादक,फ़ास्ट इंडिया न्यूज
मऊ। उत्तर प्रदेश का लोकसभा चुनाव शुरू से ही विकास नही जांति आधारित चुनाव रहा है । ऐसे में घोसी लोकसभा क्षेत्र में तीन प्रत्याशियो की त्रिकोणीय लड़ाई अब चर्चा का विषय बन गया है। जिसमें सपा से राजीव राय चुनाव लड़ रहे है जो भूमिहार समाज से आते है। वही एनडीए के सुभासपा से अरबिंद राजभर चुनाव लड़ रहे है जो राजभर समाज के नेता माने जाते रहे है।वही बसपा से बाल कृष्ण चौहान चुनावी मैदान में जो चौहान समाज के नेता माने जाते रहे है। यहां 1 जून को अंतिम चरण में मतदाता मतदान करेगे।
जिले के तीन कद्दावर मंत्रियों की इज्जत दाव पर
जी हां आपने सही सुना घोसी लोकसभा सीट से एनडीए के सुभासपा प्रत्याशी अरविंद राजभर चुनाव लड़ रहे हैं। जिसे जीताने के लिए अरविंद राजभर के पिता व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर स्वयं चौराहे नुक्कड़ व गांव गाँव में जगह जगह प्रचार कर रहे हैं।
वहीं ऊर्जा व नगर विकास कैबिनेट मंत्री एके शर्मा जो भूमिहार समाज से आते है। यह भी जगह-जगह प्रचार कर रहे है और अपने समाज का वोट एनडीए प्रत्यासी को दिलाने का प्रयास कर रहे है। वहीं चौहान समाज के नेता दारा सिंह चौहान वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं और यह भी पूर्व में घोसी विधानसभा से चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए थे। इसके बावजूद भाजपा ने इन्हें एमएलसी बनाकर पुनः कैबिनेट मंत्री बनाया है। और यह भी अपने समाज सहित अन्य जातियों का वोट एनडीए प्रत्याशी अरविंद राजभर को दिलाने के लिए जुटे हुए हैं।
70 प्रतिशत चौहान मतदाता बाल कृष्ण चौहान के साथ
मीडिया सर्वे के अनुसार चौहान समाज से बसपा के प्रत्यासी पूर्व सांसद बाल कृष्ण चौहान चुनाव लड़ रहे है। और इस लोकसभा चुनाव में चौहान समाज के 70% मतदाता बालकृष्ण चौहान को मतदान करने के मूड में है।
तो वही सपा से राजीव राय चुनाव लड़ रहे हैं जो भूमिहार समाज से हैं।वही यह भी आम चर्चा है कि भूमिहार समाज के 90 प्रतिशत मतदाता राजीव राय को वोट करने के मूड में है।
90 प्रतिशत भूमिहार मतदाता राजीव राय के समर्थन में
वही मंत्री ए०के० शर्मा भी भूमिहार समाज से आते है और यह भी भूमिहार समाज का वोट एनडीए प्रत्यासी अरबिंद राजभर को दिलाने के लिए जगह जगह अपील कर रहे हैं।
लेकिन जो अंदर खाने की बातें हैं यह सामने आ रही हैं कि 90% भूमिहार समाज के मतदाता राजीव राय को मतदान करने के मूड में हैं।
ऐसे में वही ओम प्रकाश राजभर की बात कर ली जाए तो राजभर जांति की राजनीति करने के नाम पर ही यह फेमस हुए और उनके ही पार्टी से टूटकर सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी बनाकर महेंद्र राजभर ने सपा को समर्थन दिया है । ऐसे में राजभरों के जो वोट इनके माने जाते थे। उसमें भी अच्छी खासी सेंध मारी महेंद्र राजभर करके राजीव राय को वोट दिलाने का प्रयास कर रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि एनडीए प्रत्यासी अरबिंद राजभर को जिताने के लिए जिले के तीन तीन मंत्री लगे हुए और तीनों ही अपने समाज के कदावर नेता है।
लेकिन यह तो मतगणना के दिन ही पता चलेगा कि जिस बूथ पर भूमिहार समाज का वोट अधिक है उस बूथ से कितना वोट सपा प्रत्याशी राजीव राय को मिलता है और कितना वोट एनडीए प्रत्यासी अरबिंद राजभर को मिलता है।
वहीं इसी प्रकार चौहान समाज का वोट भी देखना होगा कि जिस बूथ पर चौहान समाज का वोट अधिक है उन बूथों से एनडीए प्रत्यासी अरबिंद राजभर को कितना वोट मिलता है और बसपा प्रत्यासी बाल कृष्ण चौहान को कितना वोट मिलता है।
वही इसी ओमप्रकाश राजभर भी राजभरों के नेता भले कहे जाते हैं लेकिन इस समय घोसी लोकसभा में कुछ अलग ही मिजाज चल रहा है। क्योंकि अंदर खाने अलग-अलग तरह बातें ही चल रही है । जिसे साधने में व राजभर समाज को जोड़ने की कोशिश तो कर रहे हैं । लेकिन बुधवार को अचानक सुभासपा के प्रवक्ता सहित लगभग दो दर्जन कार्यकर्ता महेंद्र राजभर की पार्टी सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी ज्वाइन कर लिया है जो सपा को समर्थन कर रहे हैं। ऐसे में इनको अपने ही मूल जाति के मतदाता खिसकते दिखाई दे रहे हैं।
सभी के मन मे एक प्रश्न बार बार घूम रहा है कि जिले के तीन कद्दावर मंत्री हैं। जो अपने समाज का ही कितना प्रतिशत वोट एनडीए प्रत्याशी अरविंद राजभर को दिला पाते हैं। यह तो 1 जून मतदान के दिन व 4 जून मतगणना के समय ही पता चल पायेगा।
एनडीए प्रत्यासी अरबिंद राजभर यदि चुनाव जीतते है तो तीनों मंत्री अपनी अपनी पीठ अवश्य थपथपायेगे। लेकिन यदि हार गये तो इसकी समीक्षा भाजपा अवश्य करेगी। क्योकि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो सभी बूथों की समीक्षा करती है।
ऐसे में तीनों मंत्रियों की इज्जत अब दाव पर लगी हुई है।
यूपी में अभी तक कोई जातिगत गणना नही हुई है। इसलिए घोसी लोकसभा का यह अनुमानित जातिगत मतदाता आंकड़ा निम्न है। जिसमे पांच विधानसभा -1.मऊ सदर, 2.घोसी, 3.मधुबन, 4.मोहम्मदाबाद गोहना, 5.रसड़ा विधानसभा (बलिया का) है। जिसमे
चमार 3,20,000, यादव 2,25,000, मुस्लिम 2,75,000, क्षत्रिय 1,95,000, राजभर 1,90,000, चौहान 2,17,000, धोबी 35,000, खटीक 48,000, मुसहर 16,000, डोम 9,000, पासी 30,000, बनिया/तेली 90,000, कुशवाह 40,000, मौर्य 26,000, ब्राह्मण 55,000, भूमिहार 70,000, प्रजापति 15,000, मल्ल 55,000, श्रीवास्तव 13,000, लोहार/बढ़ई 18,000, मल्लाह 65,000, कुर्मी 40,000, गोड़/खरवार 70,000, पाल 12,000, बाकी अन्य जांति के लोग है।
लोकसभा का कुल टेंटेटिव मतदाता आंकड़ा।
पुरुष – 10,90,693, महिला– 9,65,045,
अन्य – 78 है।
Tot.-20,55,816/-