मायावती का पूर्वांचल को राजधानी बनाने की घोषणा बेबुनियाद

यूपी में बसपा से अधिक अन्य छोटे दलों के है विधायक

2019 लोकसभा व 2022 विधानसभा चुनाव के बाद जनता के किसी मुद्दे पर नही उठाया कोई आवाज

फ़ास्ट इंडिया न्यूज ब्यूरो

मऊ । उत्तर प्रदेश की घोसी लोकसभा का प्रचार करने पहुंची बसपा सुप्रीमो मायावती ने मोहम्मदाबाद में जनसभा के दौरान कहा कि यदि हमारी सरकार बनी तो पूर्वांचल को नया राज्य बनायेगे। यह सुनते ही पब्लिक में काफी उत्साह दिखा। लेकिन आपको बता दें कि यह बयान बाजी आखिर नेता क्यों करते हैं जो कि संभव होता ही नहीं है ।

आपको बता दे कि वर्तमान में बसपा की ना तो यूपी में पहले की तरह कोई जनाधार है और नही कोई अस्तित्व रह गया है और नही केंद्र में इनकी कोई सरकार बनने की आशा है। अब ऐसे में इस तरह के जुमलेबाजी भरे बयान देना महज एक पब्लिक को लुभावना हो सकता है । क्योंकि जनता अब समझदार हो चुकी है। जनता भी अब जानती है कि कौन केंद्र में सरकार बना पायेगा और किसकी वर्तमान में यूपी में सरकार है। बसपा की हालत तो यह हो गई है कि पूरे उत्तर प्रदेश में रसड़ा विधानसभा से केवल एक विधायक है और वह भी अपने दम पर जीते हुए प्रत्याशी हैं और यह पूर्वांचल की नई राजधानी बनाने की बात कर रही है।
ऐसे में यह जुमलेबाजी भरे बयान केवल मंच और जनता के बीच ही शोभा देती है ना तो इसका कोई हकीकत है और नहीं मायावती के ऐसा कोई हाथ में अधिकार है कि यह कुछ कर पायेगी। हां इस लोकसभा के चुनाव में कुछ सीटे जीतने के लिए लोक लुभावन भाषण देकर जनता को आकर्षित कर सकती है।जबकि वास्तविकता यही है कि अब बसपा से ज्यादा तो यूपी में अन्य छोटे दलों के विधायक है।


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