महाराणा प्रताप की जयंती के बहाने राजपूतों के वोट बैंक पर सपा प्रत्यासी ने लगाई सेंध
घोसी लोकसभा में डेढ़ लाख से ऊपर राजपूत समाज का है वोट
सपा के केंद्रीय कार्यालय पर धूमधाम से मनाया गया महाराणा प्रताप की जयंती
फ़ास्ट इंडिया न्यूज ब्यूरो
मऊ ज्ञानशिखा टाइम्स ब्यूरो। महाराणा प्रताप की जयंती के बहाने सपा ने राजपूतों के वोट बैंक पर सेंध लगाने के लिए राजपूत समाज के दिग्गज नेताओ के साथ महाराणा प्रताप की जयंती धूमधाम से मनाया।
आपको बता दें कि घोसी लोकसभा में डेढ़ लाख से ऊपर राजपूत समाज का वोट बैंक है जिसपर अब तीनो पार्टियों के प्रत्यासी अपनी अपनी राजनीतिक रोटी सेकना शुरू कर दिए है।
पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप हमारे पूज्य थे, हैं और आजीवन रहेंगे। उन्होंने घास की रोटियां खा कर भी अंतिम सांस तक लड़ते रहे। लड़ते-लड़ते उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए पर कभी भी अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं किया। ये बातें गुरूवार को शहर के भीटी स्थित समाजवादी पार्टी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय पर आयोजित महाराणा प्रताप के जयंती अवसर पर पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने कही। कहा कि हम उनके वंसज उनसे ही प्रेरणा लेकर कार्य करते हैं। कहा कि हमें गाली देने वाला आज चुनाव मैदान में है। हमें दी गई गाली का जवाब हम अपने मतदान से लेंगे। ऐसे लोग को क्षत्रिय कत्तई पसंद नहीं करेगा। कहा कि ये ऐसे दोहरे चरित्र के इंसान हैं जो अपनी पार्टी की जनसभाओं में कहा करते थे कि ये और इनके परिवार का कोई भी सदस्य आजीवन चुनाव नहीं लड़ेगा। पर सत्ता की भूख ने इन्हे ऐसा पागल कर दिया कि ये खुद चुनाव लड़े और अब अपने बेटे को भी चुनाव लड़ा रहे हैं। कहा कि जिस जहूराबाद विधान सभा से ये जिन राजनीतिक दलों की मेहरबानी पर दूसरी बार विधायक बनें हैं वहां कभी झांकने नहीं गए। चुनाव जीते और भाग लिए इसी प्रकार इनका बेटा भी यहां से चुनाव जीतने के बाद निकल लेगा। इन्हें जनता से कोई मतलब नहीं है। प्रत्याशी राजीव राय ने कहा कि ये लोग सत्ता में होने के बावजूद कोरोना संक्रमण काल में किसी की मदद के लिए आगे नहीं आए। और मै चुनाव हारने के बावजूद जनपद के विदेश में फंसे युवकों को भारत मंगाने के साथ ही लोगों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चलता रहा। ऐसे रंग बदलने वालों से जनता अब उब चुकी है। विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि उपचुनाव में जनता ने अपना इरादा दिखा दिया है। इस चुनाव में भी वही होगा जो उपचुनाव में हुआ था। सपा नेता राणा सिंह ने कहा कि यह चुनाव ऐसे रंग बदलने वालों को सबक सिखाने का चुनाव है। महाराणा प्रताप की जयंती हम ये संकल्प लेते हैं कि ऐसे बहुरुपियों को इस जनपद में कत्तई शरण नहीं देंगे। जो हमारा ही अन्न खा कर हमें गाली दे। इसमें जगरनाथ सिंह, उमाशंकर सिंह, शैलेंद्र यादव साधू, अमर सिंह, पंकज सिंह, संतोष सिंह, चंद्रशेखर सिंह, रंजीत सिंह, हृदय सिंह, हजारी सिंह, मुन्ना सिंह, पप्पू सिंह, पूजा राय, रामप्रताप सिंह आदि शामिल थे। संचालन नंदकिशोर सिंह ने किया।