Azamgarh: भ्रष्ट खण्ड शिक्षा अधिकारी से शिक्षक परेशान
जांच के नाम पर शिक्षकों से डरा धमका करती है अवैध वसूली,नही देने पर मुकदमा दर्ज कराने की देती है धमकी
जांच के दौरान शिक्षकों से करती है अभद्र ब्यवहार
गाजीपुर जिले में अपनी भ्रष्ट कार्यशैली के चलते हो चुकी है सस्पेंड
फ़ास्ट इंडिया न्यूज ब्यूरो
आजमगढ़।उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के रानी की सराय ब्लॉक में कार्यरत खंड शिक्षा अधिकारी कल्पना इस समय काफी चर्चा में है।
जी हां आपने सही सुना डा० कल्पना खंड शिक्षा अधिकारी ने मार्च माह 2024 में जहानागंज ब्लॉक का अतिरिक्त चार्ज लिया था। तब से यह इस ब्लॉक के प्रत्येक विद्यालयों में निरीक्षण करने के नाम पर शिक्षकों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह खंड शिक्षा अधिकारी आए दिन स्कूलों में जांच के नाम पर शिक्षकों से अवैध वसूली करना इनका पेशा बन गया था। जिससे परेशान शिक्षक अब विरोध पर उतारू हो गए हैं।
वहीं कल्पना गाजीपुर जिले के मरदह ब्लॉक में जब कार्यरत थी तो वहां भी अपनी कार्यशैली के चलते यह विवादों में रही और गाजीपुर जिलाधिकारी मंगला प्रसाद ने इनके खिलाफ शासन को रिपोर्ट भेजा था। इनके पत्र संख्या 776- 83/2022-23 दिनांक 10/05/2022 की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से लिखा है कि खंड शिक्षा अधिकारी कल्पना हमेशा विवादों में रही है। जिससे विभाग की छवि धूमिल हो रही है इनके विवादित कार्यशैली एवं पर्यवेक्षण में अनियमितता के कारण शिक्षा के क्षेत्र में नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है । इनके निरीक्षण का कार्य सुधारात्मक प्रतीत नहीं हो रहा है।
यह खंड शिक्षा अधिकारी का कार्य एवं व्यवहार पद के अनुरूप नहीं है यह अपने कर्तब्यों एवं दायित्वों का निर्वहन सत्यनिष्ठा एवं निष्पक्षता से नही कर रही हैं। इसके साथ ही इनके खिलाफ कार्रवाई हेतु संस्तुति करते हुए शिक्षा विभाग के विशेष सचिव को पत्र लिखा था। जिसके आधार पर इन्हें गाजीपुर के मरदह ब्लॉक से सस्पेंड कर दिया गया था।
निलंबन से बहाल होने के बाद जैसे ही यह आजमगढ़ जिले के रानी की सराय व जहानागंज ब्लॉक का अतिरिक्त चार्ज मिला।
शिक्षकों से जांच के दौरान अभद्र व्यवहार करती है एवं शिक्षकों को हड़का कर धमकाकर अपनी मन माफिक एजेंसी के माध्यम से स्कूलों में खेल सामग्री की आपूर्ति करना व जांच के नाम पर शिक्षकों से अवैध धन उगाही करना व उन्हें प्रताड़ित करना इनका शुरू कर दिया है।
ऐसे में यह खण्ड शिक्षा अधिकारी शिक्षा क्षेत्र में शिक्षा में गुणात्मक विकास के बजाय शिक्षकों के खिलाफ हमेशा कार्य करती रही हैं।
अब ऐसे में परेशान शिक्षक इनके खिलाफ धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं और वर्तमान में जिलाधिकारी सहित शासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि ऐसे मनबढ़ व भ्रष्ट खण्ड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ जिलाधिकारी व शासन प्रशासन के अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं?