महिला नक्सलियों ने कहा,लीडर का विरोध करने पर होता था गैंगरेप

रांची। झारखंड से पकडी गई पांच महिला माओवादियों ने कई हार्डकोर माओवादी नेताओं पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। पिछले दिनों गिरफ्तार हुईं इन महिला सदस्यों ने कहा है कि माओवादी नेता मिथिलेश और विनय जो सब जोनल, जोनल और एरिया कमांडर जैसे पदों पर हैं, संगठन में लडकियों का रेप करते हैं। संगठन में अब रहने लायक हालात नहीं हैं। इन महिला माओवादियों ने बताया कि पुरूष माओवादी महिलाओं से ज्यादती करते हैं। इन्होंने पुलिस को बताया कि जिस पुरूष नेता के प्लान का वे विरोध करती थीं, वे उनसे रेप करते थे। ऎसी कई घटनाएं संगठन में शामिल कई महिलाओं और लडकियों के साथ होती रही हैं।

बोकारो जिले के हेठ गढा की रहने वाली सुनीता गंझू ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी विष्णुगढ में फरवरी 2000 में हुई थी। उसका पति शराबी था। रोज उसके साथ मारपीट करता था। वह भाग कर मायके आई और घरवालों को पति की हरकतों के बारे बताया। इसके बावजूद उसके माता-पिता ने यह कह कर टाल दिया कि तुम्हें ससुराल जाना ही होगा। सुनीता निराश होकर इसी साल गिरिडीह के बिरनी में माओवादी संगठन में शामिल हो गईं। सुनीता के संपर्क में आई विष्णुगढ थाना क्षेत्र की दो बच्चियां और बोकारो की एक बच्ची के साथ भी संगठन में यौन शोषण होने लगा।

15 मई, 2015 को मलकाना जंगल में माओवादियों से सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के एनकाउंटर में सुनीता भी शामिल थी। इसमें बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी की सदस्य सरिता गंझू उर्फ उर्मिला का दस्ता शामिल था। दोनों ओर से फायररिंग में सरिता की टीम के तीन सदस्य मारे गए थे। इसी दौरान सुनीता के दाहिने पैर में पुलिस की गोली लगी थी। पकडी गई माओवादियों में एक ललिता की शादी हो चुकी है। वह विष्णुगढ के गाल्होबार की रहने वाली है। पति-पत्नी लंबे समय से संगठन में हैं। ललिता के पति को बोकारो पुलिस ने 11 माह पहले गिरफ्तार कर तेनुघाट जेल भेज दिया। तब वह दो माह की गर्भवती थी। उसने मायके में बच्ची को जन्म दिया, जो अभी पांच माह की है, लेकिन उसने गांव की ही तीन बच्चियों को संगठन में शामिल कराया जो नाबालिग हैं।


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