चर्चा-ए-आम बनी है होमगार्ड की कार्यशैली
चर्चा-ए-आम बनी है होमगार्ड की कार्यशैली
घोसी(मऊ)।स्थानीय कोतवाली में कार्यरत एक होमगार्ड की कार्यशैली नगर में चर्चा-ए-आम बनी हुई है।बुलेट सवार ये होमगार्ड जब चलता है तो अपने को किसी दरोगा से कम नही समझता है।स्थानीय होने के नाते क्षेत्र में उसकी हनक भी एक दरोगा के माफिक है जिसके बदौलत दरोगा स्तर का कई काम खुद ही निपटा देता है।इसी कड़ी में स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के सोमरीडीह में विगत दिवस इस होमगार्ड की कारगुज़ारी देखने को मिली।जब अपनी पुश्तैनी ज़मीन में मकान बनवा रहे राजेश राजभर को उनके विपक्षियों द्वारा दी गयी दरखास्त पर उक्त होमगार्ड एक अन्य होमगार्ड को साथ लेकर निर्माण स्थल पर पहुंचा और राजेश राजभर को अपनी बुलेट मोटरसाइकिल पर बैठा कर कोतवाली गेट के सामने लाकर कहाकि दस हज़ार रुपये दो, कोतवाल साहब को देना है नही दोगे तो मार खाने के साथ जेल भी जाओगे।मार और जेल जाने की डर से राजेश राजभर ने जेब मे रखे 6 हज़ार रुपये इस दरोगा छाप होमगार्ड को दे दिया।गेट के अंदर ले जाकर कहा कि जाओ अपना मकान बनवाओ,कुछ नहीं होगा
पीड़ित राजेश राजभर ने जिलाधिकरी व पुलिस अधीक्षक के वहां गुहार लगाते हुए इन होमगार्डों की कार्यशैली पर लगाम लगाते हुए उचित करवाई की मांग की है।