नोटबंदी के नए सर्वे में इसका क्या है असर यहा जरूर देखे
नई दिल्ली: देश भर के 90 फीसदी व्यापारियों और छोटे खुदरा व्यापारियों ने नोटबंदी पर नए सर्वे में माना है कि 500 और 1000 रुपये के अमान्य किए जाने से उनका कारोबार घट गया है। इस सर्वेक्षण में 8,000 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था।
सिटिजन एंगेजमेंट प्लेटफार्म लोकल सर्किल्स द्वारा कराए नोटबंदी पर नए सर्वे के मुताबिक, “देश भर के 200 शहरों के 90 फीसदी व्यापारी और छोटे खुदरा व्यापारियों ने माना है कि उनके व्यापार में 0 से 90 फीसदी तक की कमी आई है। जबकि 16 फीसदी प्रतिभागियों ने माना कि उनके कारोबार में 60 से 90 फीसदी की कमी आई है।”
इस सर्वेक्षण में ज्वैलर्स, फर्नीचर कारोबारी, सैनिटीवेयर कारोबारी आदि ने भाग लिया।
इसमें कहा गया है कि 28 प्रतिशत व्यापारी 30 से लेकर 60 फीसदी तक गिरावट का सामना कर रहे हैं। इनमें ऑटोमोबाइल, कंप्यूटर, मोबाइल फोन और कपड़ा व्यापारी शामिल हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 46 प्रतिशत व्यापारी बिक्री में 0 से लेकर 30 फीसदी तक गिरावट का सामना कर रहे हैं और इनमें जनरल स्टोर और प्रीपेड रिचार्ज डीलरों और आवश्यक उपयोग के सामानों के व्यापारी शामिल हैं।
हालांकि ज्यादातर व्यापारी आशावादी हैं कि बाजार में नकदी की किल्लत दूर होने पर उनकी बिक्री में 60-70 फीसदी का सुधार आएगा। हालांकि उनका मानना है कि काले धन के जमाखोरों को 30-40 फीसदी कारोबार का नुकसान हमेशा के लिए हो जाएगा।
वहीं, इसी से जुड़े एक अन्य सर्वेक्षण में 20 फीसदी उपभोक्ताओं ने कहा है कि उन्होंने आनेवाले हफ्तों में कम खर्च करने की योजना बनाई है, क्योंकि नोटबंदी के कारण अनिश्तिता का माहौल है। वहीं, 30 फीसदी लोगों ने स्वीकार किया है कि नकदी की कमी के कारण वे आनेवाले हफ्तों में कम खर्च करेंगे।