अभियान चला कर लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति करें जागरूक: - जिलाधिकारी

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की हुई बैठक

स्कूली बसों एवं ड्राइवर की फिटनेस जांच अवश्य कराएं :- जिलाधिकारी
बिना रजिस्टर्ड ई रिक्शा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के दिए निर्देश,नाबालिग बच्चों द्वारा ड्राइविंग पर अभिभावकों के खिलाफ करें कार्यवाई

फास्ट इंडिया न्यूज ब्यूरो

मऊ । जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई। यातायात एवं परिवहन विभाग द्वारा प्रवर्तन कार्यों की समीक्षा के दौरान एआरटीओ ने बताया की मार्च, अप्रैल एवं मई महीने में हेलमेट के अभियोग में 2061, सीट बेल्ट के में 421,मोबाइल फोन का प्रयोग करने के अभियोग में 217 तथा फिटनेस के अभियोग में 124 वाहनों का चालान किया गया।इसी क्रम में हूटर प्रेशर हॉर्न में 16 तथा शहर के एंट्री एवं एग्जिट पॉइंट्स पर विभिन्न अभियोगो में कुल 16282 चालान किए गए। बिना नंबर प्लेट तथा एचएसआरपी के अभियोग में कुल 51 वाहनों का चालान किया गया। यातायात पुलिस द्वारा फरवरी महीने में ब्लैक फिल्म में कुल 29, सीट बेल्ट में 80, हेलमेट न पहनने पर 2792, बिना फिटनेस के 69 तथा मोबाइल फोन के उपयोग करने पर 13 वाहनों का चालान किया गया। इसके अलावा फरवरी महीने में विभिन्न अभियोगों में कुल 5679 वाहनों का चालान एवं 49 वाहनों को चीज भी किया गया। यातायात एवं परिवहन विभाग द्वारा किए गए प्रवर्तन कार्यों की जानकारी लेने के उपरांत जिलाधिकारी ने इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान जिला अधिकारी ने स्कूली बसों की फिटनेस चेक कर अनफिट बसों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा। इसके अलावा उन्होंने स्कूल खुलने के उपरांत अभियान चला कर वाहनों की चेकिंग करने तथा स्कूल वाहनों के ड्राइवरो का कैंप लगाकर फिटनेस चेक करने के निर्देश दिए। शहरी एवं नगरी क्षेत्र में जाम के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने बिना रजिस्टर्ड ई रिक्शा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा। इसके अलावा नाबालिग बच्चों द्वारा ड्राइविंग करने पर उनके अभिभावकों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने सड़क सुरक्षा से जुड़े समस्त विभागों को सड़क सुरक्षा से संबंधित जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को यातायात के नियमों से अवगत कराने के निर्देश दिए। साथ ही नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यकता अनुसार स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश जिला अधिकारी द्वारा दिए गए। दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्र में चेतावनी साइन बोर्ड तथा घुमावदार सड़कों पर साइन बोर्ड लगाने के निर्देश भी जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। हिट एंड रन के अत्यंत कम मामले संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी ने एआरटीओ को थानों से समन्वय स्थापित कर ऐसे मामलों में आवश्यक कार्रवाई करते हुए दुर्घटनाग्रस्त लोगों को अनुदान दिलाने हेतु विशेष प्रयास करने को कहा। उन्होंने लोगों से अज्ञात वाहनों से दुर्घटना होने पर तत्काल जिलाधिकारी अथवा एआरटीओ कार्यालय पर आवेदन करने को कहा, जिससे सरकार द्वारा निर्धारित दो लाख रुपए का मुआवजा दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को उपलब्ध कराने में जिला प्रशासन सक्रियता से कार्य कर सके। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को स्कूलों में रोड सेफ्टी क्लब की स्थापना करने के साथ ही पेरेंट्स मीटिंग में बच्चों एवं अभिभावकों को यातायात की नियमों के प्रति जागरूक करने को भी कहा जिससे सड़क सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्र में दुर्घटना से बचाव हेतु लोगों से सुझाव प्राप्त करने तथा उस पर अमल लाने के भी निर्देश दिए। इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्री इलमारन जी ने भी प्रभारी निरीक्षक यातायात को सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु आवश्यक प्रयास करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक के अलावा जिला विद्यालय निरीक्षक देवेंद्र गुप्ता, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय, एआरटीओ सोहेल अहमद,प्रभारी निरीक्षक यातायात सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।


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